सफदरजंग के तीन डॉक्टर, डीडीयू का एक सीनियर रेजिडेंट कोरोना पॉजिटिव
दिल्ली में कोरोना के संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को सफदरजंग के तीन डॉक्टर समेत चार स्वास्थ्यकर्मी, एक डीडीयू का सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर और एक नर्सिंग होम की नर्स कोरोना पॉजिटिव आई। इसके साथ ही दिल्ली में स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमण का आकड़ा बढ़कर 235 के करीब पहुंच गया है। दिल्ली में सबसे ज्यादा जहांगीरपुरी के बाबू जगजीवन राम अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव आए हैं। यहां पर सोमवार को बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव आए। इससे पहले कोरोना पॉजिटिव की संख्या थी। जिसके बाद बढ़कर 75 हो गई है।
इसके अलावा दो अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी पॉजिटिव आए हैं। अभी अस्पताल में करीब 90 से ज्यादा कर्मचारियों का टेस्ट होना बाकी है। इसके बाद सबसे ज्यादा संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या अंबेडकर अस्पताल में 39 है।
वहीं, मंगलवार को सफदरजंग अस्पताल के तीन डॉक्टर और एक अन्य स्टाफ भी कोरोना पॉजिटिव आया है। वहीं, दिल्ली सरकार के दीनदयाल उपाध्यक्ष (डीडीयू) के भी एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद यहां पर 6 डॉक्टरों को क्वारेंटाइन के लिए भेज दिया गया है। वहीं, नई दिल्ली स्थित जीवन नर्सिंग होम की भी एक नर्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद स्टॉफ को क्वारेंटाइन के लिए भेज दिया गया है।
आरएमएल अस्पताल ने स्वास्थ्यकर्मियों को बिना जांच के लौटाया
वहीं, रविवार को दिल्ली सरकार के करोल बाग स्थित एनसी जोशी मेमोरियल अस्पताल की डाटा एंट्री ऑपरेटर के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है। यहां पर सेनिटाइजेशन के बाद ऑपरेटर के संपर्क में आने वाले करीब 19 स्वास्थ्य कर्मी जिसमें डॉक्टर और अन्य स्टॉफ शामिल हैं। सभी को क्वारेंटाइन रहने और जांच के लिए कहा गया है। अस्पताल के एक स्टाफ ने बताया कि मंगलवार को डॉक्टर समेत अन्य स्टाफ कोरोना जांच के लिए आरएमएल अस्पताल पहुंचा, लेकिन वहां से सभी को वापस लौटा दिया गया।
इसका कारण अस्पताल की तरफ से जांच के लिए लिखकर नहीं देने का कारण बताया गया। इसके अलावा दिल्ली सरकार के रोहिणी स्थित डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर अस्पताल में क्वारेंटाइन पर गए स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़कर 69 पहुंच गई है। सोमवार रात तक यहां पर 60 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया था, जिसमें अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक भी शामिल है। अब तक अस्पताल के 39 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
उधर, दिल्ली सरकार के रोहिणी स्थित डॉ. बाबा साहब भीमराव आंबेडकर अस्पताल में क्वारेंटाइन पर गए स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है। सोमवार रात तक यहां 60 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया था जिसमें अस्पताल के चिकित्सीय अधीक्षक भी शामिल है। अब तक इस अस्पताल में 30 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
24 घंटे में 201 मरीज ठीक हुए, एक भी मौत नहीं, 206 नए केस, पॉजिटिव की संख्या 3314
राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे है। मंगलवार को पिछले 24 घंटे में 206 नए केस के साथ दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 3314 पहुंच गई। वहीं, 201 मरीज ठीक होकर घर पहुंचे। राहत की बात यह है कि पिछले दो दिन में एक भी मौत नहीं हुई है। मंगलवार को दिल्ली सरकार की तरफ जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में कोरोना के संक्रमित एक्टिव मरीजों की संख्या 2182 है। वहीं, 1078 ठीक हो चुके हैं। वहीं, 54 की अब तक मौत हुई है।
वहीं, कुल मरीज में 2182 मरीजों की उम्र 50 साल से कम है। इस उम्र के 10 लोगों की मौत हुई है। जिसमें से 9 पहले से दूसरी बीमारी से पीड़ित थे। इनकी मृत्यु दर 0.45 बताई गई है। वहीं, 524 मरीजों की उम्र 50 से 59 साल के बीच है। इस उम्र के 15 लोगों की मौत हुई है। इसमें 11 पहले से दूसरी बीमारी से पीड़ित थे। इनकी मृत्यु दर 2.86 प्रतिशत बताई गई है। इसके अलावा 577 मरीजों की उम्र 60 साल और उससे ज्यादा है। इस उम्र के 29 मरीजों की मौत हुई है, जिसमें से 26 पहले से दूसरी बीमारी से पीड़ित थे।
13 पैरामेडिकल स्टाफ, 26 नर्स, 24 फील्ड वर्कर और 33 डॉक्टर कोरोना के शिकार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि फिलहाल राजधानी में कम से कम 33 डॉक्टर कोरोना संक्रमित हैं। केंद्रीय मंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने की रणनीति पर चर्चा की। इसमें एलजी अनिल बैजल, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी शामिल थे। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में 4.11 फीसदी स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जो कि चिंताजनक है। इसमें 13 पैरामेडिकल स्टाफ, 26 नर्स, 24 फील्ड वर्कर और 33 डॉक्टर हैं।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कंटेनमेंट जोन और कोरोना पॉजिटिव मामलों में कमी आए, इसके प्रयास किए जाने चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली में हॉट स्पॉट की संख्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इसको नियंत्रित करने के तेजी से प्रयास किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि बाहर से आने वालों और मरकज की वजह से दिल्ली में इसका तेजी से फैलाव हुआ, मगर हमें इस पर जल्द से जल्द नियंत्रण करना होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार राजधानी में 3000 कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं। उधर, दिल्ली सरकार के जीबी पंत और आंबेडकर अस्पताल के बाहर मंगलवार को स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रदर्शन किया। जीबी पंत अस्पताल में भर्ती होने वाले नॉन कोविड पेशेंट की पहले कोरोना जांच के बाद ही भर्ती की मांग की गई है। नर्सेस एसोसिएशन के अध्यक्ष लीलाधर रामचंदानी ने बताया कि अस्पताल में नॉन कोविड पेशेंट को लेकर लागू प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है। यहां सामान्य मरीजों के साथ ही अन्य मरीज को भर्ती किया जा रहा है। यह खतरनाक है यदि कोई मरीज पॉजिटिव निकलता है तो सभी को क्वारेंटाइन करना पड़ जाता है।
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