कंटेनमेंट जोन में तैनात हों नोडल अधिकारी, लोगों को करें जागरूक,आने-जाने वालों का रखें रिकाॅर्ड
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की टीम ने रविवार को जिले में कोरोना रोकथाम व इलाज के लिए की गई व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने जिला प्रशासन द्वारा घोषित किए गए कंटेनमेंट जोन एवं घोषित कोविड-19 अस्पतालों में सुविधाओं का जायजा लिया। टीम ने इस दौरान स्वास्थ्य विभाग को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना रोकथाम के लिए और जरूरी कदम उठाए जाएं। टीम ने कहा लॉकडाउन नियमों का और सख्ती से पालन कराया जाए। साथ ही कंटेनमेंट जोन में सीसीटीवी कैमरा के अलावा इन क्षेत्रों में आने-जाने वालों की रजिस्टर में एंट्री होनी चाहिए। साथ ही बहुत जरूरी कार्यों के लिए ही लोगों को बाहर आने-जाने की अनुमति दी जाए। रजिस्टर में इनकी एंट्री हो रही है या नहीं, इसकी जांच के लिए सभी जोन में एक-एक एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए।
इसके अलावा जिले में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर जागरुकता अभियान भी चलाया जाए। इसके लिए लाउडस्पीकर के माध्यम से रोज जिले में अनाउंसमेंट किया जाए। इसमें काेरोना रोकथाम के लिए सरकार द्वारा की गई व्यवस्था, लोग कैसे सावधानी बरतें, घर में ही रहने की सलाह आदि के बारे में बताया जाए।
कंटेनमेंट जोन से आने वाले मरीज को मिले एंबुलेंस
औचक निरीक्षण के दौरान टीम ने स्वास्थ्य अधिकारियों से कोरोना की तैयारियों के बारे में पूछा। उनसे जायजा लिया कि वह किस तरह से कोरोना की रोकथाम कर रहे हैं। सुरक्षा के क्या उपाय किए गए हैं ताकि अन्य क्षेत्रों में संक्रमण न फैले। टीम ने अधिकारियों से कहा कि घोषित कंटेनमेंट जोन से आने वाले बीमार व्यक्तियों को सरकारी एंबुलेंस की सुविधा मिलनी चाहिए। कोई भी निजी व किराए के वाहन से उपचार के लिए अस्पताल न पहुंचे। उन्हें अस्पताल एंबुलेंस से लाया जाए। जिससे उन्हें कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करे और सभी को हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दे।
टीम ने कहा कंटेनमेंट जोन में और बरती जाए सख्ती
टीम ने अधिकारियों से कंटेनमेंट जोन में और सख्ती बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति घर से बाहर न निकले। चूंकि सरकार ने कुछ जरूरी सामान की दुकानों को खोलने की अनुमति दी है। लेकिन यह आदेश कंटेनमेंट जोन में लागू नहीं होता है। इसलिए वहां एक भी दुकान न खुले। जिला प्रशासन की ओर से लोगों की हरसंभव मदद की जाए और उनकी हर जरूरत को पूरा किया जाए। अगर कोई बाहर से अति जरूरी काम से आ-जा रहा है तो उसका पूरा रिकार्ड रखा जाए।
अस्पतालों की व्यवस्थाओं पर टीम ने जताई संतुष्टि
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से भेजी गई टीम में शामिल डॉ. जेके सैनी एवं डॉ. गवीश ने कहा कि बीके अस्पताल समेत घोषित सभी कोविड अस्पताल में कोरोना को लेकर व्यवस्थाएं ठीक हैं। क्वारेंटाइन वार्ड से लेकर आइसोलेशन वार्ड, आईसीयू, वेंटिलेटर की समुचित व्यवस्था है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग को सलाह दी गई है कि कंटेनमेंंट जोन में रह रहे बीमार व्यक्तियों को चलाई गई मोबाइल वैन से उपचार किया जाए। जिससे वे अपने घर में सुरक्षित रह सकें।
इसके बाद टीम अब मंत्रालय को भेजेगी रिपोर्ट
टीम में शामिल डॉ. जेके सैनी ने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से व्यवस्थाएं ठीक की गई हैं। कंटेनमेंट जोन को लेकर कुछ निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजेंगे। वहां इसका आकलन किया जाएगा। इसके बाद केंद्र की ओर से हरियाणा सरकार को जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। उसके आधार पर हरियाणा सरकार जिला स्वास्थ्य विभाग को और जरूरी व्यवस्थाओं के लिए आदेश जारी कर सकता है।
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