कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने के 3 दिन बाद बताया,सैंपल खराब हो गए:पीड़ित

(आनंद पवार)राजधानी में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ते जा रहा है। इसके साथ ही प्रशासन की खामियां भी सामने आने लगी है। आरके पुरम के मोहम्मदपुर गांव में एक परिवार के दो लोगों की कोरोना से मौत हो हुई। तीन लोग संक्रमित हो गए। इसके अलावा पड़ोस के दूसरे घरों में केस आने के बावजूद कंटेंनमेंट जोन घोषित नहीं किया गया। हद तो यह है कि पीड़ित परिवार के कोरोना सैंपल लिए गए, लेकिन तीन दिन बाद बताया गया कि आपके सैंपल खराब हो गए। अब दोबारा सैंपल लेने के लिए पीड़ित परिवार गुहार लगा रहा है।
लेकिन कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है। मोहम्मदपुर गांव के सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उनके पड़ोस में एक महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इस बीच उनके घर में भी लोगों को बुखार और खांसी के लक्षण दिखने लगे। उन्होंने अपने आप को घर में क्वारेंटाइन कर लिया। लेकिन उनके 63 वर्षीय पिता की तबीयत बिगड़ गई। सुरेन्द्र ने बताया कि पिता की 21 मई को सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके पांच दिन बाद उनके पड़ोस में रहने वाले चाचा की भी कोरोना से मौत हो गई। साथ ही इलाके में कई लोगों में संक्रमण के लक्षण दिख रहे है। इसके बाद भी उनके एरिया को ना तो कंटेंनमेंट जोन घोषित किया गया ना ही कोई सेनिटाइजेशन किया गया।

निजी लैब में 12 घंटे में रिपोर्ट, सरकारी में 3 से 4 दिन का इंतजार

सुरेन्द्र ने बताया कि 16 मई को पिता की तबीयत खराब होने पर आरएमएल अस्पताल में दिखाया, जहां उनके सैंपल लिया गया। वहां से दो दिन बाद रिपोर्ट आने की जानकारी दी गई। लेकिन 17 मई को अचानक तबीयत खराब होने पर निजी क्लीनिक में दिखाया, लेकिन डॉक्टर ने बिना कोरोना जांच रिपोर्ट के इलाज करने से मना कर दिया। उन्होंने 18 मई को निजी लैब में जांच कराई, जिसकी शाम को रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव आया। जिसके बाद उनको सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां 21 मई को उनकी मौत हो गई। उनकी अंतिम संस्कार की प्रक्रिया करने के बाद आरएमएल से उनको फोन पर बताया गया कि आपके पिता की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।

एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर कोरोना पॉजिटिव

लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर शनिवार को कोरोना संक्रमित मिले हैं। उसके साथ-साथ उनके 2 अन्य स्टाफ में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। बता दें कि कोरोना का इलाज कर रहे एलएनजेपी के पास 2000 बेड की क्षमता है। इसके मेडिकल डायरेक्टर ने गत 13 मई को ही पदभार संभाला था। लेकिन अब उनका और उनके 2 सहयोगियों का संक्रमित होना कहीं न कहीं सरकार के लिए बड़ी चिंता की बात है।

दिल्ली जलबोर्ड के कर्मचारी की कोरोना संक्रमण से मौत

कोरोना संक्रमण के कारण दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के कर्मचारी की मौत हो गई है। पीड़ित की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिल्ली जल बोर्ड के मोती नगर स्थित कार्यालय में राजेंद्र सिंह चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत थे। 18 मई को उनकी तबीयत खराब हुई। इसके बाद परिवार ने निजी लैब में कोरोना की जांच कराई। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 23 मई एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां 26 मई उनकी मौत हो गई।

लैंब में सैंपल भी हो रहे खराब

पिता की मौत के बाद सुरेंद्र ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से कार्रवाई कर 24 तारीख को उनके घर के तीन लोगों के सैंपल लिए, जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद 25 को 7 सदस्यों और 26 तारीख को 6 सदस्यों के सैंपल लिए गए। उनको बताया गया कि 25 मई को लिए सभी 7 सैंपल खराब हो गए है। दोबारा लेने होगा। वहीं, 26 मई को लिए सैंपल में एक रिपोर्ट पॉजिटिव, तीन नेगेटिव और दो पेंडिंग है।

  • “हम 13 दिनों से परेशान है। जबकि क्वारेंटाइन में ही 14 दिन रहना पड़ता है। सरकारी सिस्टम पूरी तरह ठप है। हमारे सैंपल लेने के बावजूद अब बताया जा रहा है कि खराब हो गए। ना अधिकारी सुन रहे ना जनप्रतिधि।सुरेंद्र कुमार, निवासी मोहम्मदरपुर।


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Corona told 3 days after taking sample for examination, samples deteriorated: Victim


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